कैराना से निकलेे नौ सवाल
भारत भूषण् अरोरा
भाजपा ने नौ सवालों की जो सूची माननीय राज्यपाल को सौंपी है उसमें नौ सवालों को उठाया गया हैा उसमें पहला व दूसरा सवाल ही काम का है बाकी तो आरटीआई के काबिल है जिन्हे कोई भी आम आदमी पूछ सकता हैा इन्ही दो सवालों का राजनीतिक मतलब भी हैा
पहला सवाल कि कैराना में कोई पैट्रोल पंप आज तक क्यों नही लगा
दूसरा ये कि कितने हिन्दुओं ने पिछले चार साल में अपनी संपति बेची और उसे किन लोगों ने खरीदा
पहले सवाल का जवाब शायद यह हो सकता है कि कैराना हरियाणा बार्डर से लगता है वहां और यहां में तीन और चार रूपये का अंतर डीजल व पैट्रोल में है
ऐसे में कोई पंप लगा भी ले ले तो घाटे में चलेगा फिर उसे कोई क्यों लगाएगा जब तक यह अंतर नहीं मिटेगा पंप लग ही नहीं सकता वहां तो गांव गांव में हरियाणा के ही अवैध पंप लगे हैा यही हाल शराब के ठेके का होगा वहां शायद कोई ठेका नहीं होगा क्योंकि गलियों में डीजल और शराब हरियाणा की ही बिकती है
दूसरे का जवाब यह शायद यह है कि आज देश में जो माहैल है उसके चलते कोई भी हिन्दु बस्ती में मुसलिम की संपति हिन्दु ही ख्रीदेगा और मुसलिम बसती में हिन्दु की संपति मुसलिम ही खरीदेगा ा आज के हालात में कोई भी हिन्दु मुसलिम एक दूसरे के इलाके में संपति ख्रीदने को और वो भी रहने के लिए तो कतई तैयार नहीं हो सकता यह आज कडवी सचचाई बन चुका है
लेकिन सबसे ज्यादा यही दो सवाल आदमी का सांप्रदायिककरण करने के लिये काफी हैा शायद इसलिए उठाये भी गये हैा
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